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Showing posts from 2015

पता नही

किस ओर जा रही थी ज़िंदगी किस ओर चलने लगी एक साँस थी जैसे ठहरी हुई

You are the One...!!

You are the one The one who makes me laugh The one who makes me cry

मजबूरियाँ

ये क्या है जो मुझे हो रहा क्यूँ मेरी नींद मेरा चैन सब खो रहा तेरे आने से मिली एक नयी ज़िंदगी

तेरी आँखें

कुछ सुर्ख सी कुछ ख़ामोश सी सब कुछ कह जाने को बेताब सी कभी इधर कभी उधर कुछ तलाशती

एक शख्स...

एक शख्स था अंधेरो में जलता हुआ खुद से डरा हुआ, ज़माने से लड़ा हुआ थका सा, कुछ घबराया सा

क्यूँ ख़ुद से ख़फा है तू

क्यूँ ख़ुद से लड़ रहा तू क्यूँ ख़ुद से डर रहा तू क्यूँ ख़ुद से ना कुछ कह सका क्यूँ ख़ुद से रहता है तू ख़फा